नगर पंचायत सरीला में नहीं थम रहा भ्रष्टाचार और कमिशन एजेंटों का दखल। जनता को परेशान करने के नए नए नियम नगर पंचायत की ओर से बनायें जा रहे हैं। शासन की मंशा को दरकिनार कर यहां सबकुछ चेयरमैंन की मनमर्जी से काम हो रहा है। चेयरमैंन जो कह दे वही शासनादेश हो जाता है। य़ह स्थिति तब और भयावह हो जाती है जब करोड़ों के भ्रष्टाचार के मुकदमे में पंजीकृत आरोपी और रिटायर पूर्व लिपिक गंगा प्रसाद यादव चेयरमैंन की सहमति से नगर पंचायत सरीला चला रहा हो। राजनीतिक आपराधिक गठजोड़ और कमिशनखोरी के चलते नगर पंचायत सरीला परिसर कमिशन एजेंटों का अड्डा बन कर रह गया है। यहां सुबह से शाम तक केवल ठेकेदारी और कमिशन का खेल रचने वाले ही नजर आते हैं। गत बर्ष भी चैयरमैन पवन अनुरागी और पूर्व लिपिक गंगा प्रसाद एक आपराधिक कृत्य में साथ में जेल जा चुके हैं। लेकिन इन दोनों महापुरुषों का राजनीतिक आपराधिक गठजोड़ सरकारी धन को लूटने के लिए अभी तक कायम है। सरकार और प्रशासन की जमकर किरकिरी करा रहे नगर पंचायत सरीला के जिम्मेदार चेयरमैन और कर्मचारी जनसेवा के बजाय कमिशन के खेल में ज्यादा रुचि लेते हैं। नगर पंचायत के कार्य व्यहवार की शिकायत प्रशासनिक स्तर पर कई बार हो चुकी है बावजूद इसके जनपद के प्रशासन को नगर पंचायत के जिम्मेदार और कमिशन एजेंट खुले आम चुनौती दे रहे हैं।
स्थान – हमीरपुर
संवाददाता- अमित कुमार द्विवेदी
mo- 8052535554















