फ़तेहपुर। मानवाधिकार दिवस के अवसर पर सरदार वल्लभभाई पटेल प्रेक्षागृह सभागार में मानव सेवा संस्थान और फीफा फाउंडेशन द्वारा संयुक्त रूप से “बाल एवं महिला अधिकार प्रदर्शनी तथा सांस्कृतिक महोत्सव” का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ जिला खेल संघ के अध्यक्ष बी०पी० पांडेय एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के चीफ डीफेन्स काउंसिल अमित तिवारी एवं बाल कल्याण समिति फतेहपुर के सदस्य रामकृष्ण पांडेय के द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ किया गया। अमित तिवारी ने अपने संबोधन में कहा कि मानवाधिकारों की रक्षा तभी संभव है जब समाज के सबसे कमजोर वर्ग-बच्चों, किशोरियों और महिलाओं को शिक्षा, सुरक्षा और समान अवसर मिलें। कार्यक्रम में शहर के प्रतिष्ठित गणमान्य नागरिकों, सामाजिक संगठनों प्रतिनिधियों तथा विभिन्न समुदाय आधारित संगठनों के नेताओं ने हिस्सा लिया। आयोजन स्थल पर लगी बाल एवं महिला अधिकार संबंधी प्रदर्शनी ने सभी का ध्यान आकर्षित किया, जिसमें बाल संरक्षण, बालिकाओं की शिक्षा, महिलाओं की सुरक्षा, स्वास्थ्य, समानता, घरेलू हिंसा से संरक्षण, तथा विधिक अधिकारों पर विस्तृत जानकारी दी गई। महोत्सव में 400 से अधिक बच्चों, किशोरियों और महिलाओं ने उत्साहपूर्वक प्रतिभाग किया। मंच पर प्रतिभागियों द्वारा प्रस्तुत एकल व समूह नृत्य, गीत, नाटक तथा विभिन्न लोक-सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। बच्चों ने बाल अधिकारों पर आधारित आकर्षक मॉडलों और पोस्टरों का भी प्रदर्शन किया। कार्यक्रम के दौरान वक्ताओं ने कहा कि मानवाधिकार दिवस केवल एक औपचारिक आयोजन नहीं, बल्कि यह समाज को संवेदनशील बनाने और अधिकारों के प्रति जागरूकता बढ़ाने का अवसर है। इस अवसर पर विनय तिवारी सभासद, अपर्णा पांडेय, चाइल्ड लाइन समन्वयक नीरू पाठक, धीरज बाल्मीकि पूर्व सभासद, प्रदीप पांडेय, सुरेश श्रीवास्तव अजय सिंह चौहान, आदर्श मिश्रा, सरदार जे० पी० सिंह शबीना जी , आदि गणमान्य लोग उपस्थित रहे। मानव सेवा संस्थान, फ़तेहपुर कार्यकारी निदेशक- जय प्रकाश त्रिवेदी ने बताया कि उनका उद्देश्य समाज में अधिकार आधारित समानता, भागीदारी और जागरूकता के संदेश को व्यापक स्तर पर पहुँचाना है। समारोह के अंत में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले बच्चों और महिलाओं को प्रशस्ति-पत्र और पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।















