असोथर, फतेहपुर। नगर पंचायत असोथर में सोमवार सुबह बड़ा हादसा होते-होते टल गया। प्रेममऊ कटरा निवासी 13 वर्षीय मुकेश पुत्र शिवमोद, कक्षा 9 का छात्र सर्वाेदय इंटर कॉलेज पढ़ने जा रहा था। जैसे ही वह सुबह करीब 8 बजे असोथर बस स्टॉप के पास नहर पुलिया पर पहुँचा, तभी तेज रफ्तार और ओवरलोड ट्रक ने उसकी साइकिल में जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि छात्र साइकिल समेत सीधे नहर में जा गिरा और पुलिया पर पड़े ढोले में फंस गया। अचानक हुई घटना से मौके पर चीख-पुकार मच गई। आसपास मौजूद ग्रामीणों और राहगीरों ने तत्काल दौड़कर बच्चे को नहर से बाहर निकाला। गनीमत रही कि उसे गंभीर चोटें नहीं आईं, वरना हादसा उसकी जिंदगी ले सकता था। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हादसे के तुरंत बाद डंप संचालकों से जुड़े लोगों ने मौके पर पहुंचकर पुलिस से मिलीभगत कर पीड़ित छात्र को महज दो हजार रुपये देकर मामला रफा-दफा करने का प्रयास किया। इसके बाद सबके जाने के बाद पुलिस ने ट्रक को रोका और थाने ले गई। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि सूचना देने के बावजूद पुलिस मौके पर काफी देर से पहुंची। इससे स्थानीय लोगों में आक्रोश फैल गया। घायल छात्र को ग्रामीणों ने ही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र असोथर पहुंचाया। ग्रामीणों का कहना है कि क्षेत्र में फर्राटा भरते ओवरलोड ट्रक आए दिन हादसों को न्योता दे रहे हैं। इन खतरनाक वाहनों से स्कूली बच्चों व राहगीरों की जान खतरे में रहती है, लेकिन स्थानीय पुलिस और जिला प्रशासन आंखें मूंदे बैठे हैं। लोगों ने चेतावनी दी कि यदि जल्द ही इन पर रोक नहीं लगाई गई तो वे सड़क पर उतरकर आंदोलन करेंगे। वहीं, घटना पर जब जरौली चौकी इंचार्ज अंकुश यादव से जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि “डंपर को कब्जे में लिया गया था, लेकिन छात्र के परिजनों द्वारा कोई तहरीर नहीं दी गई। ऐसे में वाहन को छोड़ दिया गया। छात्र के इलाज और नुकसान की भरपाई संचालकों द्वारा कर दी गई है। इस घटना ने एक बार फिर क्षेत्र में ओवरलोड वाहनों के आतंक और पुलिस-प्रशासन की निष्क्रियता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय लोगों ने मांग की है कि यदि समय रहते कार्रवाई नहीं हुई तो बड़ी दुर्घटना होना तय है।