हमीरपुर- भले ही सरकार अपराधियों पर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाकर कड़ी कार्यवाही कर उत्तम कानून व्यवस्था का दंभ प्रदेश में भर रही हो लेकिन हमीरपुर जनपद में कानून व्यवस्था के पहरेदार ही अपराधियों को संरक्षण देने से बाज नहीं आ रहे है
ताजा मामला जनपद के सरीला कस्बे का है जहां पर कानून के ही पहरेदार रहे पूर्व चौकी इंचार्ज गौरव चौबे और पूर्व लेखपाल पंकज के साथ तहसील परिसर में ही मारपीट में नामजद अपराधी प्रशासनिक अधिकारियों के संरक्षण में खुलेआम अपना रौब और हनक लगातार दिखा रहे है इन अपराधियों पर थाना जरिया में दर्जन भर मुकदमे दर्ज है और गैंगस्टर जिला बदर जैसे संगीन मामलों में पंजीकृत ये अपराधी भी प्रशासनिक जिम्मेदारों के संरक्षण में अपनी हनक और रसूख दिखाने से बाज नहीं आ रहे है आपको बता दे कि पूर्व चौकी इंचार्ज के साथ अभद्रता कर मारपीट में नामजद और दर्जन भर अपराधों में पंजीकृत अपराधी गैंगस्टर और जिला बदर का टैग खुद पर लगवा चुके अखिलेश राजपूत पुत्र रामस्वरूप राजपूत निवासी कस्बा सरीला का तहसीलदार राममोहन के साथ मंदिर में आरती करने का वीडियों सोशल मीडिया में वायरल हो गया जिससे लोगों में चर्चा का माहौल गरम हो गया क्षेत्र वासियों का कहना है कि गैंगस्टर जैसे अपराधी अगर अधिकारियों के साथ दिखाई देंगे तो अपराधियों पर अंकुश कौन लगाएगा वही दूसरी फोटो में तहसील परिसर में पूर्व लेखपाल के साथ मारपीट करने वाले और कई आपराधिक मुकदमों में नामजद पवन के साथ उप जिलाधिकारी बलराम गुप्ता की फोटो भी सोशल मीडिया में वायरल होने से अधिकारियों और अपराधियों के गठजोड़ की ख़बरों को बैठे बिठाए हवा मिल गई है
भले ही कानून व्यवस्था को बेहतर बनाए रखने के लिए अपराधियों पर ताबड़तोड़ कार्यवाही कर सरकार अपराध मुक्त प्रदेश बनाने की बात कर रही हो लेकिन सरीला तहसील के जिम्मेदार प्रशासनिक अधिकारी ही जब अपराधियों के साथ खुलेआम फोटो खिंचवाते वीडियों बनवाते नजर आयेंगे तो आप कल्पना कर सकते हैं कि अपराधियों में अपराध के बाद इन स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों और कानून का क्या खौफ होगा