विजयीपुर, फतेहपुर। विजयीपुर कस्बे में अवैध अस्पतालों की भरमार है। जगह-जगह पर परचून की दुकानों की तरह खुले यह अवैध अस्पताल लोगों को मौत बाटने का काम कर रहे हैं। हाल ही में कस्बे में स्थित एक अस्पताल में एक मरीज का मौत का मामला भी सामने आया था। लेकिन स्थानीय जिम्मेदारों की साथ-गाठ से अस्पताल संचालक फिर से अस्पताल का संचालन खुलेआम कर रहा है। कस्बे में संचालित हो रहे सतगुरु पाली क्लिनिक में बीते दिनों एक मरीज की इलाज के दौरान मौत हो गई थी। मरीज की मौत के बाद जिम्मेदारों द्वारा आनन-फानन में अवैध अस्पताल को सीज कर दिया गया था। हालाकि इस दौरान अस्पताल संचालक ने मरीज के परिजनों को पैसों का लालच देकर मामले में सुलह समझौता कर लिया। सुलह समझौते के कुछ दिन बाद अस्पताल संचालक बोर्ड हटाकर चोरी-छिपे अस्पताल का संचालन फिर करने लगा। इस समय अस्पताल संचालक खुलेआम अवैध रूप से अस्पताल का संचालन कर रहा है। एक पैथोलॉजी संचालक की सांठगांठ से छोटे से छोटे मर्ज की बड़ी से बड़ी रिपोर्ट तैयार की जा रही है। इसके बाद पैथोलॉजी संचालक द्वारा मरीज को सतगुरु पाली क्लीनिक में भर्ती करने की सलाह दी जा रही है। इसके बाद मरीज को लूटने का काम खुलेआम किया जा रहा है। मौत की सजी इन दुकानों पर किसी भी जिम्मेदार की नजर नहीं पड़ रही है। या फिर यह कहें कि कमीशन खोरी के चलते जिम्मेदार भी इन अस्पतालों का संचालन करने का लाइसेंस दे रखे हैं। इतना ही नहीं चिकित्सा प्रभारी के कार्यालय से कुछ ही दूरी पर इस अस्पताल का संचालन हो रहा है। बावजूद इसके भी जिम्मेदारों की नजर इस पर नहीं पड़ रही है। वही मामले में फतेहपुर सीएमओ राजीव नयन गिरी ने बताया कि अगर अवैध तरीके से अस्पताल का संचालन किया जा रहा है तो मौके पर पहुंचकर कार्यवाही की जाएगी।















