फतेहपुर। अधीनस्थ कृषि सेवा संघ के जिला अध्यक्ष अमित कुमार प्रजापति व जिला महामंत्री रामखेलावन के नेतृत्व में जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन प्रेषित किया गया। इस दौरान राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के जिला अध्यक्ष विनोद कुमार श्रीवास्तव व जिला मंत्री अनुपम अवस्थी ने भी अपने पदाधिकारी के साथ समर्थन दिया। वहीं इन लोगों का कहना था की कृषि विभाग के माध्यम से प्रदेश कृषकों के हितार्थ चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों जैसे प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, फसल अवशेष प्रबंधन, कृषि यंत्रीकरण विभिन्न योजनाओं में लाभार्थी कृषकों का पंजीकरण एवं देय अनुदान धनराशि की डीबीटी करना, राष्ट्रीय कृषि विकास योजना, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन, फसल सुरक्षा गुणवत्ता युक्त बीज, कृषि मेला आदि सरकार के संकल्प को पूर्ण करने के लिए प्रदेश के किसानों तक पहुंचाने के लिए कृषि विभाग निरंतर अपने दायित्व का निर्माण कर रहा है। इन लोगों ने कहा की कृषि भूमि और खसरा पड़ताल राजस्व विभाग के मूल कार्य एवं दायित्व में शामिल है। जिसे विभाग के कर्मचारी लेखपाल द्वारा हमेशा से किया जाता रहा है। आयुक्त एवं सचिव राजस्व परिषद के पत्र के द्वारा स्पष्ट किया गया है की भूलेख खसरा का कार्य पूर्ण रूप से राजस्व विभाग का कार्य है। जिसे वर्तमान तकनीकी उन्नयन करते हुए डिजिटल क्रॉफ्ट सर्वे के माध्यम से लेखपाल द्वारा ही किया जाना है। शासन द्वारा लेखपाल की संख्या कम पड़ने और समय की बचत को ध्यान में रखते हुए आवश्यकता पड़ने पर प्राइवेट सरवेयर कृषि विभाग उद्यान गन्ना एवं पंचायती राज विभागों के समक्ष क्षेत्रीय कर्मचारियों का सहयोग लिए जाने के निर्देश दिए गए हैं। इन लोगों ने मांग किया की कृषक हित में कृषि विभाग के तकनीकी कार्मिक प्राविधिक सहायकों को मुक्त रखे जाने के संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश दिए जाएं। इस अवसर पर ज्ञापन देने वालों में अभिषेक, प्रदीप सिंह, कृष्ण कुमार, अवनीश कुमार, अजय कुमार, नेत्रपाल, कपिल मेवाड़ा सहित तमाम लोग मौजूद रहे।