हमीरपुर : सोमवार को स्वामी ब्रह्मानन्द पुरस्कार समिति में साल 2025 के लिए पुरस्कार की घोषणा कर दी है, यह पुरस्कार शिक्षा और गौ सेवा के क्षेत्र में अनुकरणीय और उत्कृष्ट कार्य करने वाले भारतीय या गैर भारतीय को स्वामी ब्रह्मानन्द जी के निर्वाण दिवस तेरह सितम्बर को हर वर्ष प्रदान किया जाता है। इस वर्ष का पुरस्कार शिक्षा के क्षेत्र में दिया जा रहा है जिसके लिए फिफ्टी विलेजर्स के संस्थापक डॉ. भरत सारण का चुनाव कर लिया गया है।
पुरस्कार समिति ने घोषणा करते हुए बताया कि डाॅ. पुष्पलता झा जो कि पुणे महाराष्ट्र की निवासिनी हैं तथा वर्तमान में जी वर्ल्ड स्कूल मोहाली पंजाब में बतौर प्रिंसिपल सेवायें दे रहीं हैं के प्रस्ताव पर शिक्षा के क्षेत्र में सामाजिक क्रांति कर रहे डॉ भरत सारण बाड़मेर राजस्थान को इस बार यह पुरस्कार दिया जायेगा उनके द्वारा बीते कई वर्षों से आर्थिक रूप से कमजोर निर्देशन के अभाव में उच्च शिक्षा से वंचित ग्रामीण विद्यार्थियों के लिए सीमा से सटे जिले बाड़मेर राजस्थान में फिफ्टी विलेजर्स के नाम से संस्थान चलाते हैं जो पूरी तरह निशुल्क सेवाएं देता है, ग्रामीण क्षेत्र के व निहायत गरीब परिवारों के छात्र छात्राओं को नीट एग्जाम की तैयारी कराते हैं , इस कार्य के लिए डॉ सरण ने समाज की असहमति, ताने झेले लेकिन डॉक्टर सारण ने हार नहीं मानी अभी तक 286 छात्र छात्राओं को नीट व अन्य परीक्षाओं में सिलेक्ट करवा चुके हैं। फिफ्टी विलेजर्स के छात्र दो दर्जन छात्र छात्राएं एम्स से एम बी बी एस व सैकड़ों छात्र अन्य मेडिकल कॉलेजों से मेडिकल की उपाधियां लेकर गरीबी बेकारी से मुक्ति पाकर जनसेवा कर रहे हैं। इस प्रकार उनके द्वारा हासिये पर पड़े समाज जो अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा के लिए शहरों में नहीं भेज सकते थे उनको फिफ्टी विलेजर्स के कलाम आश्रम में निःशुल्क रखकर स्वयं कक्षाएं लेकर व इन बच्चों को खुले आसमान में उड़ने के पंख देने के लिए स्वयं गंभीर आर्थिक समस्याओं व व्यवस्थाओं व उन पर आश्रित छात्र छात्राओं की शिक्षा में कोई बाधा न आये इसी भारी मानसिक, आर्थिक दबाव में दिल का दौरा भी अभी हाल के वर्षों में आ चुका है। ऐसे करुणामय, मौन रहकर परिवर्तन कारी सेवा कर रहे , वंचित गरीब परिवारों के बच्चों को गरीबी मजदूरी भरी जिंदगी से उबारने के अद्वितीय, अनुकरणीय और अप्रतिम कार्यों देखते हुये समिति ने सर्व सम्मति से उनके नाम पर सहमति जताई है। लिहाजा इस वर्ष 2025 का स्वामी ब्रह्मानन्द पुरस्कार डॉ भरत सारण को प्रदान किया जायेगा आपको बता दें कि डॉ सारण से पूर्व शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए शिक्षाविद् डा० अरुण प्रकाश, सुपर 30 के संस्थापक आनन्द कुमार बिहार, स्वर्गीय सन्त हरवंश सिंह निर्मल जैसलमेर राजस्थान और रणजीत यादव (खाकी वाले गुरूजी) , खान सर पटना को भी स्वामी ब्रह्मानन्द पुरस्कार से अलंकृत किया जा चुका है। डाॅ भरत सारण को स्वामी ब्रह्मानन्द जी के निर्वाण दिवस के मौके पर यह पुरस्कार प्रदान किया जायेगा।
पुरस्कार स्वरूप उन्हें सनद समेत दस हजार भारतीय मुद्रा नगद, स्वामी ब्रह्मानन्द जी की कांस्य प्रतिमा, कांस्य पदक और अंग वस्त्र प्रदान किया जायेगा।