लखनऊ। नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी द्वारा चुनाव आयोग की चोरी पकड़ लिए जाने के बाद यह तय हो गया है कि भाजपा 2024 का चुनाव बुरी तरह हारी थी। नरेंद्र मोदी वोटों की चोरी कर के पीएम बने हैं। इसलिए वे एक अवैध पीएम हैं. जिनका पद पर बने रहना लोकतंत्र में यकीन करने वाले प्रत्येक भारतीय को अपमानित करने जैसा है. राष्ट्रपति उनसे इस्तीफ़ा न मांग कर हर भारतीय का अपमान कर रहे हैं। ये बातें अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव और बिहार के सह प्रभारी शाहनवाज़ आलम ने साप्ताहिक स्पीक अप कार्यक्रम की 207 वीं कड़ी में कहीं। शाहनवाज़ आलम ने कहा कि अमित शाह और मोदी जिस धांधली और वोटों की चोरी से 50 साल तक शासन करने का दावा करते थे उसे नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने पकड़ लिया है. अब यह साबित हो गया है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा डेढ़ सौ के अंदर सिमट गयी थी और उसे चुनाव आयोग ने वोटों की चोरी से किसी तरह 240 के पास पहुँचाया था. जबकि कांग्रेस 160 से ज़्यादा सीटें जीत चुकी थी और इंडिया गठबंधन पूर्ण बहुमत की सरकार बना रहा था. इसलिए नरेन्द्र मोदी अवैध प्रधानमंत्री हैं।उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने सिर्फ़ राहुल गांधी को ही पीएम बनने से नहीं रोका बल्कि देश की हर महिला के खातों में हर महीने साढ़े 8 हज़ार रूपये आने से भी रोका जिसके मिलने से अब तक देश की करोड़ों महिलाएं लखपति बन चुकी होतीं। चुनाव आयोग के अपराध के कारण ही भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य झड़प पर सीज़ फ़ायर की घोषणा डरपोक पीएम नरेन्द्र मोदी के बजाये अमरीका के राष्ट्रपति ट्रम्प ने किया. वहीं चुनाव आयोग के कारण ही अमरीका भारत पर टैरिफ़ लगा रहा है क्योंकि अगर उसने साहसी राहुल गांधी को पीएम बनने से नहीं रोका होता तो ट्रम्प ऐसी हिम्मत नहीं कर पाते। इसलिए चुनाव आयोग ने सिर्फ़ कांग्रेस और राहुल गांधी के खिलाफ अपराध नहीं किया है बल्कि देश के साथ अपराध किया है। जिसकी सज़ा दोषियों को मिलनी चाहिए. शाहनवाज़ आलम ने कहा कि चुनाव आयोग द्वारा एक व्यक्ति को अवैध तरीके से पीएम की कुर्सी पर बैठा दिए जाने के सबूतों के बावजूद राष्ट्रपति और संविधान के अभिरक्षक सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश की चुप्पी शर्मनाक है। इससे जनता में यही सन्देश जा रहा है कि आरएसएस और भाजपा ने राष्ट्रपति और सीजेआई को अपने नियंत्रण में रखा हुआ है। इसलिए संविधान और लोकतंत्र में लोगों के भरोसे को क़ायम रखने के लिए राष्ट्रपति को पीएम से तत्काल इस्तीफ़ा मांग लेना चाहिए।